ईद उल फितर मुसलमानों का सबसे प्रसिद्ध त्योहार है! यह त्योहार पूरे दुनिया में मनाई जाती है! ईद उल फितर को मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है! ईद उल फितर सिर्फ मुसलमानों कास्ट का त्यौहार है! यह त्यौहार सिर्फ मुसलमान ही मनाते हैं! यह प्रेम तथा भाई चारों का त्यौहार है!
Table of Contents
ईद उल फितर क्यों मनाते हैं? Why Eid Ul-Fitr is celebrated?
ऐसा कहा जाता है! कि हमारे पैगंबर कोई जंग जाकर लड़े थे! वह जंग बद्र का जंग था! जिसमें उन्हें सफलता मिली यह जंग सिर्फ हमारे पैगंबर ही नहीं और उनके साथ और भी आदमी थे! वह इस जंग की सफलता के मिलने के कारण सभी भाई चारों ने मिलकर एक साथ खुशी मनाई और सब भाई मिलकर गले भी मिले और एक साथ नमाज अदा की थी! उसी दिन से ईद मनाई जाती है!
ईद 2021 – रमजान 2021 में कब है?
रमज़ान का पहला दिन : | 13 अप्रैल 2021, मंगलवार |
रमज़ान का आखरी दिन : | 12 मई 2021, बुधवार |
Eid 2021 – ईद 2021: | 13 मई 2021, गुरुवार |
Bakra Eid 2021 – बकरीद | 20 जुलाई 2021, मंगलवार |
ईद उल फितर कब मनाई जाती है?
ईद उल फितर आरबी कैलेंडर के अनुसार दसवें महीने शव्वाल को 1 तारीख को मनाया जाता है! ईद उल फितर 30 रमजान के बाद आता है! रमजान एक उपवास का महीना होता है! ईद उल फितर रमजान के महीने की समाप्ति का संकेत होता है!
ईद उल फितर कैसे मनाते जाते हैं·?
ईद उल फितर पूरे दुनिया में बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं! ईद उल फितर पर प्रत्येक आदमी बहुत ही खुश रहते हैं! ईद उल फितर सभी लोग एक साथ मनाते हैं! और मस्जिदों में जाकर एक साथ सभी मिलजुल कर नमाज अदा करते हैं! जिसमें बच्चे भी साथ होते हैं! और ईद उल फितर के शुभ अवसर पर सभी अनेक प्रकार के खाने का पकवान बनाते हैं! और बड़े लोग एक दूसरे को ईद मुबारक की शुभकामनाएं देते हैं! मीठी सेबई बनाई जाती तथा परोसी जाती है! लोग गरीबों को जकात देते हैं! ईद उल फितर पर बच्चे बहुत सुंदर तथा खुश रहते हैं! ईद उल फितर पर सभी मुसलमान नए कपड़े पहनते हैं! और अपने अपने बच्चे को उपहार के रूप में कुछ पैसे भी देते हैं!
ईद उल फितर का प्रकार?
ईद उल फितर का दो प्रकार होता है!
पहला ईद उल फितर है!
दूसरा ईद उल इजाह होता है!
उपसंहार –
ईद-उल-फितर मुस्लिम समुदाय के लोगों के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ईद-उल-फितर का यह पर्व रमजान के 30 रोजों के बाद चांद देखकर मनाया जाता है। इस दिन लोग नमाज पढ़कर अल्लाह का शुक्रिया अदा करते है। ईद के इस पर्व की सबसे ज्यादे खास बात यह है कि आज के समय में यह सिर्फ मुस्लिम धर्म का त्योहार नही रह गया है बल्कि दूसरे धर्म के लोग भी इस पर्व काफी उत्साह के साथ शरीक होते हैं। वास्तव में इस पर्व ने विभिन्न धर्मों और संप्रदायों के बीच भाईचारे और एकता को बढ़ाने का भी कार्य किया है।
Disclaimer
यहां पर कुर्बानी से सम्बंधित जो भी लेख लिखा गया गया है, ऐसी सिर्फ मान्यताएं ही हैं। हम इसकी सच्चाई की पुष्टि बिलकुल भी नहीं करते हैं। हम किसी भी प्रकार से आपकी भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते हैं, यह लेख सिर्फ आपको जानकारी देने के लिए लिखा गया है।